Posts

Showing posts from March 18, 2020

The True Beauty कविता में UP Board Solutions for Class 12 English

The True Beauty कविता में कवि शारीरिक सुन्दरता की तुलना में आध्यात्मिक सुन्दरता का महत्व प्रकट करता है । गुलाबी कपोल , मँगे जैसे आठ तथा सितार जैसी चमकदार आँखें शारीरिक सुन्दरता के प्रतीक हैं । समय व्यतीत हान पर शारीरिक सुन्दरता समाप्त हो जाती है । परिणामस्वरूप एक प्रेमी की अपनी प्रयसी के प्रति प्रेम की भावनाएँ ठंडी पड़ जाती हैं । गुण रहित शारीरिक सुन्दरता पर आधारित प्रेम क्षणिक होता है । स्थायी प्रम के लिए शारीरिक सौन्दर्य आवश्यक नहीं है । दृढ़ मस्तिष्क , अच्छे विचार तथा शान्त इच्छाएँ स्थायी प्रम के लिए आवश्यक हैं । इन मानसिक तथा आध्यात्मिक गणों पर आधारित प्रेम स्थायी होता है ।

Class 12 English Poetry Short Poems

Character of a Happy Life कविता एक प्रसन्न व्यक्ति के गुणों का वर्णन करती है । प्रसन्न व्यक्ति ईमानदार और सच्चा होता है । वह अपने मनांवेगों ( तीव्र भावनाओं ) का स्वामी होता है । वह मृत्यु से भयभीत नहीं होता है । वह न ता राजकुमार के प्यार की और न जन - साधारण की आलाचना की चिंता करता है । वह अफवाहों से स्वतन्त्र है । वह अपनी अन्तरात्मा की आवाज पर निर्भर रहता है । वह झूठी चापलूसी की चिन्ता नहीं करता । वह दूसरों की उन्नति से ईर्ष्या नहीं करता । वह भगवान से डरने वाला व्यक्ति होता है और दिन - रात उसकी कृपा चाहता है । वह अपना समय अच्छी पुस्तकों या अच्छे मित्रों के साथ व्यतीत करता है । वह जीवन के उत्थान या पतन की चिन्ता नहीं करता । वास्तव में वह अपने भाग्य पर भरोसा करता है और यह सन्ताप ही उसकी प्रसन्नता का रहस्य है ।

Mercy कविता में कवि दया UP board poem

Mercy कविता में कवि दया ( करुणा ) के महत्व को व्यक्त करता है । दया मानव का स्वाभाविक गुण है । यह बल से प्राप्त नहीं होती है । कवि दया की तुलना सुखद वर्षा से करता है । जैसे वर्षा की बूंदंहा आकाश से पृथ्वी पर गिरती हैं , दया मनुष्य के हृदय से स्वाभाविक रूप से प्रवाहित होती है । यह दोहरा वरदान है । यह दन वाल तथा प्राप्त करने वाले दोनों के लिए वरदान है । दया सबसे अधिक शक्तिशाली व्यक्तियों का सबसे बड़ा गुण है । यह हृदय की विशालता प्रकट करती है । यह राजा को उसके राजमुकुट से अधिक शाभा देती है । राजदंड केवल राजा की सांसारिक शक्ति का प्रतीक है लेकिन दया राजा की राजदंड की शक्ति से अधिक महान है । इसका स्थान हृदय में होता है । यह एक ईश्वरीय गुण है । जब दया न्याय में मिलती हे ता सांसारिक शक्ति दिव्य बन जाती है ।