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Showing posts from October 15, 2020

अपठित गद्यांश का अर्थ है

अपठित गद्यांश का अर्थ है- पूर्वकाल में न पढ़े गए विषय को पढ़कर स्वयं जानना-समझना। इन्हें अपठित अवबोध भी अः कहा जाता है। परीक्षा में इन गद्यांशों से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं और इस प्रकार विद्यार्थियों के जानने-समझने की योग्यता की परीक्षा की जाती है। ये गद्यांश संबंधित कक्षा की पाठ्यपुस्तकों से उद्घृत नहीं होते। ये कहीं से भी लिए जाते हैं एवं किसी भी विषय पर आधारित हो सकते हैं। विद्यार्थी स्वयं किसी विषय को पढ़कर कितना समझ सकते हैं तथा उनका भाषा पर कैसा और कितना अधिकार है, यह अपठित गद्यांश में पूछे गए प्रश्नों के उत्तरों से पता चलता है । परीक्षक इसी क्षमता का मूल्यांकन करते हैं। इसमें वस्तु का बोध और भाषिक विशेषताओं पर अति लघूत्तरात्मक एव लघूत्तरात्मक प्रश्न पूछे जाएंगे।   अपठित गद्यांश के प्रश्नों हल करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:  गद्यांश को दो-तीन बार ध्यान से अवश्य पढ़ें।   इसका अर्थ एवं भाव हृदयंगम करें।   गद्यांश के मुख्य विचारों को रेखांकित करें।   क्रम संख्या का अवश्य ध्यान रखें।