सीताघाट पिंडोरिया, अंबेडकर नगर उत्तर प्रदेश 24 मार्च 2021 प्रिय मित्र राकेश, सप्रेम नमस्कार आज यह पत्र मैंने तुम्हें अपने दिल की बात बताने के लिए लिखा है जिसके विषय में मैंने किसी को भी नहीं बताया है। हालांकि तुम्हारा उच्च शिक्षा प्राप्त करने का स्वप्न साकार होने की स्थिति में है। प्रिय मेरे जीवन का एक स्वप्न है जिसे में येन केन प्रकारेण साकार और सार्थक करना चाहता हूँ मैं देखता हूँ कि संसार में धन कमाने के बहुत से व्यवसाय है परन्तु जब में डॉक्टरों के शुभ कार्य को देखता हूँ तो मेरी डॉक्टर बनने की आकांक्षा और तीव्र हो जाती है। डॉक्टर जब रोते हुए किसी बीमार को सान्त्वना देकर परामर्श देकर उसके रोग का इलाज कर उसे नवजीवन प्रदान करता है तब उसके चेहरे पर जो सुकून और खुशी दिखाई देती है उसे देख कर तो मेरी इच्छा होती है कि में भी डॉक्टर बनूँ। अतः एम.बी.बी.एस. में प्रवेश पाने के लिए मैं अध्ययनरत हूँ। सफलता मिलने पर सूचित करूंगा। शुभकामनाओं का अभिलाषी तुम्हारा प्रिय मित्र प्रिंस निषाद