Posts

आज का शुभ विचार इन हिंदी | aaj ka subh vichar in hindi

मैं प्रिन्स निषाद अपने इस ब्लॉग में आपको यह बताने का प्रयत्न करूंगा कि हमारे  शुभ कर्मों के फल से अशुभ कर्मों के फल को कभी नहीं घटाया जा सकता है  । मेरे कहने का मतलब यह है कि हमें अपने अच्छे और बुरे कर्मों का फल अलग-अलग भोगना पड़ता है।  दुनिया में मनुष्य ही एकमात्र विवेकशील प्राणी है । इसी विवेक के प्रयोग से यह उसके हाथ में होता है कि वह अच्छा कर्म करे या बुरा कर्म । यह व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह लोक कल्याणकारी कार्य करे या परपीड़क बनकर दूसरे को दुख पहुंचाए और लोगों का उत्पीड़न करे । प्रायः यही देखने को मिलता है कि शक्तिसंपन्न होने पर लोग अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हैं और धर्म एवं नीतिशास्त्रों में पाप समझे जाने वाले कर्म करने लगते हैं । ऐसा करते हुए लोग भूल जाते हैं कि उन्हें अपने कर्म का फल भोगना होता है , चाहे वह शुभ हो या अशुभ । मनुष्य अपने शुभ और अशुभ कर्म के फल से कभी भी , किसी भी हालत में बच नहीं सकता है । भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र के मैदान में अर्जुन को गीता का उपदेश देते हुए स्पष्ट रूप से कहा है कि इंसान को अपने शुभ और अशुभ कर्मों का फल अवश्य ही ...

Stockholm convention on persistent organic pollutants (POP's)

 The Union cabinet has approved the ratification of 7 chemicals listed under SCPOP. 1. Chlorodecone  2. Hexa bromo biphenyl 3. Hexa bromo diphenyl ether 4. Penta chloro benzene 5.Hexabromocyclododecane 6. Hexa chloro butadiene The ractification process would enable India to access global environment facility financial resources in updating the initial implementation plan. The Stockholm convention is a global treaty to protect human health and environment from persistent organic pollutants, which are the chemical substances that persist in the environment, bioaccumulate in living organisms and have the property of long range environment transport. Exposure to persistent organic pollutants can lead to cancer, damage to nervous systems, diseases of immune system, reproductive disorders etc.

DBT-BIRAC clean technology demo park

Union minister for science and technology inaugurated the park at *barapullah drain site in Sarai kale khan, New Delhi. the party will be used to demonstrate innovative waste to value technologies with support from *department of biotechnology and biotechnology industry research assistance council. This park will be managed by the clean energy international incubation centre, a public private partnership incubator set up jointly by DBT, BIRAC and Tata power.

भारत के प्रमुख त्योहार पर निबंध

हमारे पड़ोस में सभी परिवार एक साथ त्योहार मनाते हैं।  होली, दशहरा, दुर्गा पूजा, दीपावली, क्रिसमस, गुरुपर्व, ईद, पोंगल और राष्ट्रीय त्योहार हमारे पड़ोस में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार हैं।  त्यौहार वास्तव में मस्ती और आनंद का समय है।   होली का त्यौहार होली रंगों का त्योहार है।  यह आम तौर पर मार्च के महीने में मनाया जाता है।  यह त्योहार दो दिनों तक मनाया जाता है।  पहले दिन होलिका में आग लगा दी जाती है।  इसके लिए, लकड़ी और पुआल के बड़े ढेर तैयार किए जाते हैं।  अगले दिन, सभी लोग- बूढ़े और जवान, अमीर और गरीब- एक दूसरे पर रंग और गुलाल फेंकते हैं।  कुछ बच्चे रंगीन पानी से भरे गुब्बारे भी फेंकते हैं।  लोग एक दूसरे को गले लगाकर हैप्पी होली की कामना करते हैं।  वे मिठाइयों का भी आदान-प्रदान करते हैं और गुजिया का आनंद लेते हैं।  होली दशहरा और दुर्गा पूजा दशहरा को विजयदशमी भी कहा जाता है।  यह त्योहार दस दिनों तक मनाया जाता है।  इन सभी रातों में रामलीला का मंचन किया जाता है।  दसवें दिन रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों...

Summary of Mendel's Principles

Law of Dominance: Some alleles are dominant and cover up the recessive alleles. Law of Segregation: An organism has two alleles for each gene but they can only pass on one. Law of Independent Assortment: Genes found on separate chromosomes are inherited independently of each other.

अपठित गद्यांश का अर्थ है

अपठित गद्यांश का अर्थ है- पूर्वकाल में न पढ़े गए विषय को पढ़कर स्वयं जानना-समझना। इन्हें अपठित अवबोध भी अः कहा जाता है। परीक्षा में इन गद्यांशों से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं और इस प्रकार विद्यार्थियों के जानने-समझने की योग्यता की परीक्षा की जाती है। ये गद्यांश संबंधित कक्षा की पाठ्यपुस्तकों से उद्घृत नहीं होते। ये कहीं से भी लिए जाते हैं एवं किसी भी विषय पर आधारित हो सकते हैं। विद्यार्थी स्वयं किसी विषय को पढ़कर कितना समझ सकते हैं तथा उनका भाषा पर कैसा और कितना अधिकार है, यह अपठित गद्यांश में पूछे गए प्रश्नों के उत्तरों से पता चलता है । परीक्षक इसी क्षमता का मूल्यांकन करते हैं। इसमें वस्तु का बोध और भाषिक विशेषताओं पर अति लघूत्तरात्मक एव लघूत्तरात्मक प्रश्न पूछे जाएंगे।   अपठित गद्यांश के प्रश्नों हल करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:  गद्यांश को दो-तीन बार ध्यान से अवश्य पढ़ें।   इसका अर्थ एवं भाव हृदयंगम करें।   गद्यांश के मुख्य विचारों को रेखांकित करें।   क्रम संख्या का अवश्य ध्यान रखें।

What are the three qualities of a leader?

Mahatmaji's greatness lay undoubtedly in the splendour of his personality; but it lay even more so in his great qualities of leadership. The qualities of a leader are, firstly, a clear conception of what has to be done, secondly. of how it can be done; and thirdly capacity to attract men who would help in doing it. Many persons have clear conception of what is to be done; they do not know the art of collecting others round themselves who would help in the good work. No one is so big as to be able to do evervthing himself: and so the mightiest need the assistance of fellow-beings to accomplish what they desire. Mahatma Gandhi fulfilled these qualities of leadership to perfection. Questions 1. What are the three qualities of a leader ? Answers: The three qualities of a leader are, firstly, a clear conception of what has to be done, secondly. of how it can be done; and thirdly capacity to attract men who would help in doing it. Questions 2. How is Mahatma Gandhi a true leader ? Answer...