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नगर में आयोजित होने वाली भारत की सांस्कृतिक एकता प्रदर्शनी को देखने के लिए लोगों को आमंत्रित करते हुए 25-50) शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए।

खुशखबरी! खुशखबरी! खुशखबरी! आपके अपने शहर में भारतीय सांस्कृतिक एकता प्रदर्शनी (एक भारत श्रेष्ठ भारत) भारत के विभिन्न राज्यों, नगरों के हस्त शिल्प, कला, व्यंजन, लोक संगीत, रीति-रिवाज, परिधान एवं जनजीवन का अनूठा संगम। इस प्रदर्शनी में आप सभी आमंत्रित है। स्थान दादा देव मेला ग्राउंड, पालम समय सायः 4 से रात्री 12 बजे तक प्रवेश निःशुल्क

आपके शहर में विश्व पुस्तक मेले का आयोजन होने जा रहा है। इसके लिए एक विज्ञापन 25-50 शब्दों में तैयार कीजिए।

"विश्व पुस्तक मेला" पुस्तक प्रेमियों के लिए खुशखबरी ही खुशखबरी! आपके शहर में होने जा रहा है एक विश्व पुस्तक मेले का आयोजन यहाँ आप पायेगें देश-विदेश की प्रख्यात पुस्तकें इतना ही नहीं प्रतिदिन अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन भी जिससे आप सभी जीत सकते है अपनी मनपसन्द पुस्तके किसी भी भाषा-बोली में मेले का आयोजन 2 नवंबर से 10 नवंबर तक स्थान प्रगति मैदान, दिल्ली

मोटर साइकिल सुविधा के लिए है तेज चलाने, करतब दिखाने के लिए नहीं यह समझाते हुए अपने छोटे भाई को एक पत्र लिखिए।

नेहरू नगर, नई दिल्ली 24 मार्च 2021 प्रिय गोविन्द सदैव प्रसन्न रहो मुझे यह जानकर अतीव प्रसन्नता हुई कि इस बार हाईस्कूल परीक्षा में 90 प्रतिशत अंक लाने पर पिताजी ने तुम्हें मोटर साइकिल उपहार में देकर तुम्हारी इच्छा पूरी कर दी। मेरे भाई मोटरसाइकिल की तुम्हें बहुत आवश्यकता थी, कोचिंग आदि जाने में समस्या थी | अतः पिताजी ने तुम्हारी जरूरतों को देखते हुए तुम्हारे लिए इसे खरीदा है परन्तु इसका इस्तेमाल करते हुए तुम्हें कुछ बुनियादी बातें ध्यान में रखनी हैं अर्थात जोश में होश कायम रखना अन्यथा दुष्परिणाम हो सकते हैं। कभी भी अपनी मोटरसाइकिल किसी अन्य को न देना अन्यथा तुम्हें हानि उठानी पड़ सकती है। हो सकता है वह तुम्हारी मोटरसाइकिल का दुरुपयोग करे किन्तु उसका खामियाजा तुम्हें उठाना पड़ेगा। हमेशा ड्राइविंग लाइसेन्स और गाड़ी के कागज साथ में रखना और हेलमेट का प्रयोग बहुत जरूरी है। कभी भी दोस्ती में तीन सवारी मत करना। ध्यान रहे कि मोटर साइकिल सुविधा के लिए है | समय बचाने के लिए है तेज चलाने या करतब दिखाने के लिए नहीं। तेज चलाने वाले लोग अकसर दुर्घटना कर बैठते हैं और जिससे स्वयं भी चोटिल हो सकते हैं दूस...

ग्लोबल वार्मिंग विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर अनुच्छेद लिखिए।

प्रश्न: ग्लोबल वार्मिंग विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर अनुच्छेद लिखिए। ● ग्लोबल वार्मिंग क्या है तथा कैसे होती है? ● दुष्परिणाम ● बचाव तथा उपसंहार उत्तर:  वैश्विक तापमान यानी ग्लोबल वार्मिंग आज विश्व की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। इससे न केवल मनुष्य, बल्कि पृथ्वी पर रहने वाला प्रत्येक प्राणी त्रस्त है। 'ग्लोबल वार्मिंग' शब्द का अर्थ है संपूर्ण पृथ्वी के तापमान में वृद्धि होना। हमारी पृथ्वी पर वायुमंडल की एक परत है, जो विभिन्न गैसों से मिलकर बनी है, जिसे ओज़ोन परत कहते हैं। ये ओजोन परत सूर्य से आने वाली पराबैगनी तथा अन्य हानिकारक किरणों को पृथ्वी पर आने से रोकती है। मानवीय क्रियाओं द्वारा ओजोन परत मे छिद्र हो जाने के कारण सूर्य की हानिकारक किरणे पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश कर रही हैं। परिणामस्वरूप पृथ्वी के तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण कई समुद्री तथा पृथ्वी पर रहने वाले जीव-जंतुओं की प्रजातियों के अस्तित्व पर खतरा छाया हुआ है, साथ ही मनुष्यों को भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यदि समय रहते ग्लोबल वार्मिंग को रोकने ...

गया समय फिर हाथ नहीं आता विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर अनुच्छेद लिखिए।

गया समय फिर हाथ नहीं आता विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर अनुच्छेद लिखिए।  ● समय ही जीवन है ● समय का सदुपयोग ● समय के दुरुपयोग से हानि उत्तर: महापुरुषों ने कहा है, "समय बहुत मूल्यवान है। एक बार निकल जाने पर यह कभी वापस नहीं आता।" वास्तव में, समय ही जीवन है। इसकी गति को रोकना असंभव है। संसार में अनेक उदाहरण हैं, जो समय की महत्ता को प्रमाणित करते हैं। जिसने समय के मूल्य को नहीं पहचाना, वह हमेशा पछताया है। इसके महत्व को पहचानकर इसका सदुपयोग करने वाले व्यक्तियों ने अपने जीवन में लगातार सफलता प्राप्त की जो व्यक्ति समय मिलने पर भी अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाते, ये जीवन में असफल रहते हैं। जो विद्यार्थी पूरे वर्ष पढ़ाई नहीं करते, वे फेल होने पर पछताते हैं तब यह उक्ति कि अब पछताए होत क्या जब चिड़िया युग गई खेत चरितार्थ होती है। विद्यार्थी को समय का मूल्य पहचानते हुए हर पल का सदुपयोग करना चाहिए, क्योंकि जो समय को नष्ट करता है, एक दिन समय उसे नष्ट कर देता है महान पुरुषों ने समय का सदुपयोग किया और अपने जीवन में सफल हुए। स्वामी दयानंद, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, मदर टेरेसा आदि...

साना-साना हाथ जोड़ि में कहा गया है कि कटाओ पर किसी दुकान का न होना वरदान है, ऐसा क्यों? भारत के अन्य प्राकृतिक स्थानों को वरदान बनाने में नवयुवकों की क्या भूमिका हो सकती है? स्पष्ट कीजिए।

अपनी प्राकृतिक सुन्दरता के कारण कटाओ को भारत का स्विट्जरलैण्ड कहा जाता है या यो भी कह सकते हैं कि यह उससे भी कहीं अधिक सुन्दर है। इसकी यह सुन्दरता इसलिए भी विद्यमान है क्योंकि यहाँ एक भी दुकान नहीं है। क्योंकि दुकानें प्रदूषण फैलाने का एक जरिया बन जाती हैं। लोग सामान खरीदते और कचरे को वहीं पड़ा छोड़ देते; जिसके कारण इसकी सुन्दरता नष्ट हो जाती। दुकानदार भी इस और कोई ध्यान नहीं देते। बिखरा कचरा गंदगी को बढ़ावा देता है। जिससे अन्य सैलानियों को भी गंदगी का सामना करना पड़ता है। भारत के अन्य प्राकृतिक स्थानों को भी इसी के समान सुन्दर बनाने के लिए नवयुवकों के द्वारा जनजागरण के कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए। प्रकृति का महत्व समझाया जाए जिसके माध्यम से प्राकृतिक स्थानों के महत्व को स्पष्ट किया जाना चाहिए। लोगों को यह समझाना चाहिए कि उन्हें प्राकृतिक सौन्दर्य को बर्बाद नहीं करना चाहिए अपितु प्राकृतिक संपदा का समुचित उपयोग सिखाया जाए जिससे आने वाली पीढ़ी इसका सदुपयोग कर सके।

आज की पत्रकारिता आम जनता विशेषकर युवा पीढ़ी पर क्या प्रभाव डालती है?

आज की पत्रकारिता युवा पीढ़ी पर निम्नलिखित प्रभाव डालती है a. आज की युवा पीढ़ी नए चकाचौंध से तुरत प्रभावित होती है। यदि सामने वाला व्यक्ति पश्चिमी सभ्यता से ज्यादा प्रभावित है तो स्वाभाविक रूप से वह युवा उनके रहन-सहन का वर्णन करेगा जिसका प्रभाव उसके जीवन पर भी स्वाभाविक रूप से परेगा ही। b. इससे समाज का संतुलन बिगड़ने और आदर्शों को नुकसान पहुंचने का डर रहता है। इस तरह की पत्रकारिता युवा पीढ़ी को भ्रमित एवं कुंठित करती है। जैसा सर्विदित है कि युवा पीढ़ी देश की रीढ़ है, उसके कमजोर होने से देश का संतुलन बिगड़ जाएगा युवा पत्र-पत्रिकाओं को पढ़कर चर्चित हस्तियों के खान-पान एवं पहनावे को अपनाने पर मजबूर हो जायेंगे। वे अपनी इन इच्छाओं की पूर्ति के लिए उचित-अनुचित मार्ग अपनाने में भी संकोच नहीं करेंगे। इससे दिखावा, बनावटीपने और हिंसा आदि बढ़ेगी, क्योंकि पत्रकारिता दबंग और अपराधी छवि वाले व्यक्तियों को नायक की तरह प्रस्तुत करती है।