The True Beauty कविता में कवि शारीरिक सुन्दरता की तुलना में आध्यात्मिक सुन्दरता का महत्व प्रकट करता है । गुलाबी कपोल , मँगे जैसे आठ तथा सितार जैसी चमकदार आँखें शारीरिक सुन्दरता के प्रतीक हैं । समय व्यतीत हान पर शारीरिक सुन्दरता समाप्त हो जाती है । परिणामस्वरूप एक प्रेमी की अपनी प्रयसी के प्रति प्रेम की भावनाएँ ठंडी पड़ जाती हैं । गुण रहित शारीरिक सुन्दरता पर आधारित प्रेम क्षणिक होता है । स्थायी प्रम के लिए शारीरिक सौन्दर्य आवश्यक नहीं है । दृढ़ मस्तिष्क , अच्छे विचार तथा शान्त इच्छाएँ स्थायी प्रम के लिए आवश्यक हैं । इन मानसिक तथा आध्यात्मिक गणों पर आधारित प्रेम स्थायी होता है ।
Class 12 English Poetry Short Poems
Character of a Happy Life कविता एक प्रसन्न व्यक्ति के गुणों का वर्णन करती है । प्रसन्न व्यक्ति ईमानदार और सच्चा होता है । वह अपने मनांवेगों ( तीव्र भावनाओं ) का स्वामी होता है । वह मृत्यु से भयभीत नहीं होता है । वह न ता राजकुमार के प्यार की और न जन - साधारण की आलाचना की चिंता करता है । वह अफवाहों से स्वतन्त्र है । वह अपनी अन्तरात्मा की आवाज पर निर्भर रहता है । वह झूठी चापलूसी की चिन्ता नहीं करता । वह दूसरों की उन्नति से ईर्ष्या नहीं करता । वह भगवान से डरने वाला व्यक्ति होता है और दिन - रात उसकी कृपा चाहता है । वह अपना समय अच्छी पुस्तकों या अच्छे मित्रों के साथ व्यतीत करता है । वह जीवन के उत्थान या पतन की चिन्ता नहीं करता । वास्तव में वह अपने भाग्य पर भरोसा करता है और यह सन्ताप ही उसकी प्रसन्नता का रहस्य है ।
Mercy कविता में कवि दया UP board poem
Mercy कविता में कवि दया ( करुणा ) के महत्व को व्यक्त करता है । दया मानव का स्वाभाविक गुण है । यह बल से प्राप्त नहीं होती है । कवि दया की तुलना सुखद वर्षा से करता है । जैसे वर्षा की बूंदंहा आकाश से पृथ्वी पर गिरती हैं , दया मनुष्य के हृदय से स्वाभाविक रूप से प्रवाहित होती है । यह दोहरा वरदान है । यह दन वाल तथा प्राप्त करने वाले दोनों के लिए वरदान है । दया सबसे अधिक शक्तिशाली व्यक्तियों का सबसे बड़ा गुण है । यह हृदय की विशालता प्रकट करती है । यह राजा को उसके राजमुकुट से अधिक शाभा देती है । राजदंड केवल राजा की सांसारिक शक्ति का प्रतीक है लेकिन दया राजा की राजदंड की शक्ति से अधिक महान है । इसका स्थान हृदय में होता है । यह एक ईश्वरीय गुण है । जब दया न्याय में मिलती हे ता सांसारिक शक्ति दिव्य बन जाती है ।
Mahatma Gandhi - Father of The Nation । Essay on Mahatma Gandhi
Hint Point :- 1. Introduction 2. Birth and percentage 3. His education 4. Work in South Africa 5. His services to India 6. His principals 7. Conclusion
Introduction:- "Gandhiji was unique combination of great and grace. Such a man born but once a millennium."
Mahatma Gandhi was the greatest man of his age. He was not only a great politician but also a great social and religious leader. Gandhiji believed in the fundamentals of his ancient culture. He declared that the highest form of service the great mother was social service. He gave message of peace to whole world and believe in humanity. He was deeply influenced by the West and 19 century European liberalism. He loved his country people very much. So the nation called him 'Bapu' , the father of nation.
Birth and percentage- Mahatma Gandhi was born at Porbander in Kathiawar on October 2, 1869. His father Kaba Gandhi was the Diwan of Rajkot. His mother was a very noble and religious lady.
His education- He was sent to school at the age of seven. He was shy and did not mix with the boys of his age. But he was very honest and hardworking. He had no liking for games and gymnastics. He was married to Kasturba at the age of thirteen. He passed the Entrance Examination at the age of seventeen. He was sent to England for higher education.
Work in South Africa- On his return from England he began to practise as barrister in Bombay High Court, but he was not successful in the profession. In 1913, he left for South Africa in order to plead the case of a firm named Dada Abdulla & Co. During his stay there, he fully studied the condition of Indians in South Africa. The behaviour of the Whites towards the Indians shocked him very much. He fought against the British Government to improve the lot of Indians there. He started Satyagrah Movement for the rights of the Indians. He did not take rest till the Indian Relief Act was passed.
His services to India- Gandhi returned to India in 1915 and joined the Indian National Congress. He started the Non-co-operation Movement in 1920 and Civil Disobedience Movement in 1930. He always worked for Hindu-Muslim unity. In 1942, he started the Quit India Movement. He was sent to jail many times. In 1947 India got her freedom.
His principal- Gandhiji's main principles were truth and non-violence. His experiment with the weapon of non-violence in the context of India was indeed, an attempt to demonstrate to the entire world effectiveness of this weapon. He believed in universal brotherhood and love. He was of the opinion that if we have conflict with Englishmen, let us not hate the Englishmen because both Englishmen and Indians are offspring of the same divinity. This attitude would enable us to love the evil-doer while hating the evil. He respected all religions equally because he said essence of all religions is truth. He advocated universal brotherhood over and above narrower loyalties to nations and religions.
Conclusion- On January 30, 1948 he was shot dead by Nathu Ram Vinayak Godse in a prayer assembly at Birla House, Delhi. Gandhiji lived and died for love, truth and non- violence. He was one of those prophets like Jesus Christ, Buddha, Ram and Krishna who gave light to the world. So long as India lives and Indian freedom lives, the name of Gandhi will be remembered.
Important word meaning
unique- अपूर्व , अद्वितीय । apostle - दूत । sacrificed - बलिदान किया । appreciated - पसन्द किये । religious - धार्मिक । shy - शर्मीला । to study - अध्ययन करना । profession - पेशा । plead - वकालत करना । struggle for freedom - स्वतन्त्रता संघर्ष । Quit Indian Movement - भारत छोड़ो आन्दोलन । violated - तोड़ा , भंग किया । weapon – हथियार | love , truth and non - violence - प्रेम , सत्य और अहिंसा । prophets - पैगम्बर | demonstrate - प्रदर्शित करना । conflict - अन्तद्वन्द्व offsprings - संतान । evil - doer - बुराई करने वाला | narrow - संकीर्ण । influenced प्रभावित हुए । liberalism - उदारवाद ।
Current affairs in Hindi 3 March 20 । Important questions today
Q . 1 . हाल ही में भारतीय तट रक्षकों ने SAREX 2020 अभ्यास का आयोजन कहाँ किया है ?
a . केरल
b . महाराष्ट्र
c . गोवा
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 2 . हाल ही में नारी शक्ति पुरस्कार किसने प्रदान किये हैं ?
a . नरेंद्र मोदी
b . रामनाथ कोविंद
c. स्मृति ईरानी
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 3 . हाल में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज कौन बनीं हैं ?
a . मंजू रानी
b . सिमरनजीत कौर
c . पूजा रानी
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 4 . हाल ही में किस राज्य सरकार ने राम वन गमन पथ न्यास के गठन की मंजूरी दी है ?
a . उत्तर प्रदेश
b . उत्तराखंड
c . राजस्थान
d . मध्य प्रदेश
Q . 5 . हाल ही में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों के मामले में कौनसा देश दूसरे नंबर पर है ?
a . चीन
b . दक्षिण कोरिया
c . इटली
d . इनमें कोई नहीं
Q. 6. हाल ही में किस भारतीय खिलाड़ी ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की है ?
a . अजन्किया रहाने
b . वसीम जाफर
c . के एल राहुल
d. इनमें से कोई नहीं
0 . 7 . हाल ही में महिला हेल्पलाइन नंबर 011 - 26565285 का शुभारम्भ किसने किया है ?
a . डॉ हर्षवर्धन
b . स्मृति ईरानी
c . नरेंद्र मोदी
d . इनमें कोई नहीं
Q . 8 . हाल ही में महिलाओं की सबसे बड़ी धार्मिक मंडली अटकल पोंगाला कहाँ आयोजित की गयी है ?
a . चेन्नई
b . तिरुवनंतपुरम
c . बेंगलौर
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 9 . हाल ही में किसने FDI में गिरावट अनुमान लगाया है ?
a . IMF
b . वर्ल्ड बैंक
c . UN
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 10 . हाल ही में द फ्यूचर ऑफ़ वर्क : वीमेन इन इंडियाज वर्कफ़ोर्स एक चर्चा का आयोजन कहाँ किया गया है ?
a . मुंबई
b . नई दिल्ली
c . कोलकाता
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 11 . हाल ही में जारी पोशन अभियान प्रतिभागियों की सूची में कौन शीर्ष पर रहा है ?
a . महाराष्ट्र
b . केरल
c . तमिलनाडु
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 12 हाल ही में महात्मा गाँधी राष्ट्रीय फैलोशिप कार्यक्रम किसने शुरू किया है ?
a . IIT दिल्ली
b . IIM बेंगलुरु
c . IIM अहमदाबाद
d . इनमें से कोई नहीं
Q .13 हाल ही में पहले खेलो इंडिया विंटर गेम्स कहाँ शुरू हुए हैं ?
a . हरियाणा
b . जम्मू कश्मीर
c . महाराष्ट्र
d . इनमें से कोई नहीं
Q .14 हाल ही में डेनिस शिमगल किस देश के नए प्रधानमंत्री बने हैं ?
a . मोरक्को
b . यूक्रेन
c . इथियोपिया
d . इनमें से कोई नहीं
a . केरल
b . महाराष्ट्र
c . गोवा
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 2 . हाल ही में नारी शक्ति पुरस्कार किसने प्रदान किये हैं ?
a . नरेंद्र मोदी
b . रामनाथ कोविंद
c. स्मृति ईरानी
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 3 . हाल में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज कौन बनीं हैं ?
a . मंजू रानी
b . सिमरनजीत कौर
c . पूजा रानी
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 4 . हाल ही में किस राज्य सरकार ने राम वन गमन पथ न्यास के गठन की मंजूरी दी है ?
a . उत्तर प्रदेश
b . उत्तराखंड
c . राजस्थान
d . मध्य प्रदेश
Q . 5 . हाल ही में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों के मामले में कौनसा देश दूसरे नंबर पर है ?
a . चीन
b . दक्षिण कोरिया
c . इटली
d . इनमें कोई नहीं
Q. 6. हाल ही में किस भारतीय खिलाड़ी ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की है ?
a . अजन्किया रहाने
b . वसीम जाफर
c . के एल राहुल
d. इनमें से कोई नहीं
0 . 7 . हाल ही में महिला हेल्पलाइन नंबर 011 - 26565285 का शुभारम्भ किसने किया है ?
a . डॉ हर्षवर्धन
b . स्मृति ईरानी
c . नरेंद्र मोदी
d . इनमें कोई नहीं
Q . 8 . हाल ही में महिलाओं की सबसे बड़ी धार्मिक मंडली अटकल पोंगाला कहाँ आयोजित की गयी है ?
a . चेन्नई
b . तिरुवनंतपुरम
c . बेंगलौर
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 9 . हाल ही में किसने FDI में गिरावट अनुमान लगाया है ?
a . IMF
b . वर्ल्ड बैंक
c . UN
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 10 . हाल ही में द फ्यूचर ऑफ़ वर्क : वीमेन इन इंडियाज वर्कफ़ोर्स एक चर्चा का आयोजन कहाँ किया गया है ?
a . मुंबई
b . नई दिल्ली
c . कोलकाता
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 11 . हाल ही में जारी पोशन अभियान प्रतिभागियों की सूची में कौन शीर्ष पर रहा है ?
a . महाराष्ट्र
b . केरल
c . तमिलनाडु
d . इनमें से कोई नहीं
Q . 12 हाल ही में महात्मा गाँधी राष्ट्रीय फैलोशिप कार्यक्रम किसने शुरू किया है ?
a . IIT दिल्ली
b . IIM बेंगलुरु
c . IIM अहमदाबाद
d . इनमें से कोई नहीं
Q .13 हाल ही में पहले खेलो इंडिया विंटर गेम्स कहाँ शुरू हुए हैं ?
a . हरियाणा
b . जम्मू कश्मीर
c . महाराष्ट्र
d . इनमें से कोई नहीं
Q .14 हाल ही में डेनिस शिमगल किस देश के नए प्रधानमंत्री बने हैं ?
a . मोरक्को
b . यूक्रेन
c . इथियोपिया
d . इनमें से कोई नहीं
राष्ट्र निर्माण में नारी का योगदान पर निबंध लेखन । Essay writing on women's contribution to nation building
संकेत - बिंदु : 1 . नर - नारी एक समान 2 . भारतीय दृष्टिकोण 3 . नारी का शोषण 4 . नारी उत्थान 5 . कांतिकारी परिवर्तन , उपसंहार ।
नर - नारी एक समान - राष्ट्र निर्माण कार्य एक पुनीत कार्य है । राष्ट्र के हित में जो भी कार्य किया जाए कम है । राष्ट्र के लिए बलिदान होने वाले वीरों की गौरव गाथाओं से इतिहास के पृष्ठ रंगे हुए हैं । राष्ट्रीय सुरक्षा , विकास और प्रसिद्धि के लिए किए गए कार्यों में देश के सभी नागरिकों की सुरक्षा और उन्नति संभव है । राष्ट्रीय निर्माण कार्यों में फिर क्या पुरुष ? और क्या नारी ? भेदभाव करने की आवश्यकता ही कहाँ रह जाती है । राष्ट्रीय भावनाओं से ओत - प्रोत नारियों के बलिदान की गौरवगाथाएँ पत्येक देश के इतिहास को गौरवान्वित करती है । भारतीय नारियों ने भी राष्ट्रीय विकास और गौरव की श्री वृद्धि करने में पुरुषों का सदैव साथ दिया है । कई क्षेत्रों में तो पुरुषों को पोडे छोड़ गई हैं ।
भारतीय दृष्टिकोण - ममता , त्याग , पवित्रता , उदारता और सहनशीलता की देवी भारतीय नारियों को उनके उज्ज्वल कार्यों के कारण ही गृह - लक्ष्मी कहकर संबोधित किया जाता था । भारतीय संस्कृति में नारियों का आदर किया जाता रहा है । परिवार और समाज में उनका महत्वपूर्ण स्थान रहा है । मनु ने कहा है वास्तव में जहाँ नारी का सम्मान किया जाता है , उसे उसके उचित स्थान पर प्रतिष्ठापित किया जाता है वहाँ पर सुख , समृद्धि और विकास देखने को मिलता है । भारतीय नारियाँ आज भी अपनी परंपरागत भावनाओं को अपने साथ लिए हैं ।
नर - नारी एक समान - राष्ट्र निर्माण कार्य एक पुनीत कार्य है । राष्ट्र के हित में जो भी कार्य किया जाए कम है । राष्ट्र के लिए बलिदान होने वाले वीरों की गौरव गाथाओं से इतिहास के पृष्ठ रंगे हुए हैं । राष्ट्रीय सुरक्षा , विकास और प्रसिद्धि के लिए किए गए कार्यों में देश के सभी नागरिकों की सुरक्षा और उन्नति संभव है । राष्ट्रीय निर्माण कार्यों में फिर क्या पुरुष ? और क्या नारी ? भेदभाव करने की आवश्यकता ही कहाँ रह जाती है । राष्ट्रीय भावनाओं से ओत - प्रोत नारियों के बलिदान की गौरवगाथाएँ पत्येक देश के इतिहास को गौरवान्वित करती है । भारतीय नारियों ने भी राष्ट्रीय विकास और गौरव की श्री वृद्धि करने में पुरुषों का सदैव साथ दिया है । कई क्षेत्रों में तो पुरुषों को पोडे छोड़ गई हैं ।
भारतीय दृष्टिकोण - ममता , त्याग , पवित्रता , उदारता और सहनशीलता की देवी भारतीय नारियों को उनके उज्ज्वल कार्यों के कारण ही गृह - लक्ष्मी कहकर संबोधित किया जाता था । भारतीय संस्कृति में नारियों का आदर किया जाता रहा है । परिवार और समाज में उनका महत्वपूर्ण स्थान रहा है । मनु ने कहा है वास्तव में जहाँ नारी का सम्मान किया जाता है , उसे उसके उचित स्थान पर प्रतिष्ठापित किया जाता है वहाँ पर सुख , समृद्धि और विकास देखने को मिलता है । भारतीय नारियाँ आज भी अपनी परंपरागत भावनाओं को अपने साथ लिए हैं ।
नारी का शोषण - मध्ययुग में विदेशी आक्रमणकारियों और आंग्ल शासकों के समय में भारतीय नारियाँ अपने परंपरागत स्थान पर न रह सकीं । तत्कालीन राजनीतिक घोषणा और अत्याचारों के कारण उन्हें परदे के पीछे रहने को विवश किया गया । समाज में अशिक्षा , शोषण , बहुविवाह , बालविवाह , पर्दा प्रथा और दहेज जैसी कुप्रथाओं के कारण नारियों का परंपरागत रूप कहीं खो गया । भयंकर निर्धनता और शासक वर्ग के अत्याचारों से नारी की सामाजिक स्थिति को बहुत चोट पहुँची ।
भारतीय नारियों के उत्पीड़न के संबंध में यह उल्लेखनीय है कि प्रचार माध्यमों और स्त्रियों के राष्ट्रीय और अंतर्राष्टीय संगठनों ने समय - समय पर आवाज़ उठाई है और उसका परिणाम यह देखने को मिल रहा है कि स्त्रियों की स्थिति और उनके सामाजिक - आर्थिक उत्पीड़न के बारे में नये सिरे से सोचने का दौर शुरू हो गया है । लेकिन इसमें अभी वह तेजी नहीं आई है जिसकी आवश्यकता है । राष्ट्र निर्माण का कोई भी कार्य तब तक पूर्ण नहीं हो सकता जब तक स्थायी परिवर्तन लाने के प्रयास न किए जाएँ । अभी तक भी स्त्री स्वातंत्र्य केवल संपन्न वर्ग तक हो सीमित है । समाज के जिस वर्ग की नारियों ने शोषण का कडवा घुट सैकड़ों वर्षों तक पिया है , जब तक उस वर्ग की भागीदारी नहीं होगी . स्त्री स्वतंत्रता का स्वप्न अधरा ही होगा ।
नारी उत्थान - राष्ट्रीय स्वाधीनता आंदोलन नारियों की स्वतंत्रता के लिए भी वरदान बन गया । सामाजिक उत्पीड़न का निवारण करने के लिए राजा राममोहन राय , स्वामी दयानंद . महात्मा गांधी . महर्षि कर्वे जैसे महान विचारकों ने नारी की गरिमा पुनः प्रतिष्ठापित की । समाज से कुरीतियों का निवारण करने के लिए सतत संघर्ष किया , परिणामस्वरूप जन जागति आई । नारी शिक्षा के प्रति चेतना जागी और स्त्रियाँ परदे से निकलकर , घर की चारदीवारी को छोड स्वाधीनता आंदोलन में कूद पड़ी । पुरुषा के साथ कध - स - कधा मिलाकर सघर्ष किया । जेलों में गई . कष्ट सहे और अंत में स्वाधीनता की पहली किरण नारियों के जीवन में उन्नति और प्राचीन गरिमा को लेकर पुनः आ पहुंची । नारियों को अपने अस्तित्व का बोध हुआ और स्थिति में परिवर्तन आने लगा ।
क्रांतिकारी परिवर्तन - आज नारी स्वातंत्र्य का युग है । विश्व के प्रत्येक भाग में आज सदियों से उत्पीडित नारी परुष के सामने आ खडी हुई है । शिक्षा के विकास के साथ उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है । आज इसी जागृति का परिणाम है कि प्रत्येक कठिन कार्य को भी नारियाँ उसी योग्यता से पूर्ण कर रही हैं जिस योग्यता से पुरुष करते हैं । महात्मा गांधी का कथन है , ' ऐसा कोई कार्य नहीं जिसे नारियाँ पूर्ण नहीं कर सकतीं ' । राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं का समाधान भी नारियों के सहयोग के बिना पूर्ण नहीं हो सकता । महिलाओं का भी कर्तव्य है । कि वे जहाँ अपने अधिकारों के लिए लड़ रही हैं , वहाँ वे अपने कर्तव्यों के प्रति भी सदा सजग रहें । नवयुवकों को प्रेरणा और बच्चों को सही मार्ग दर्शन और प्रोत्साहन देने का कार्य उनका है , उससे वह समाज को वंचित न करें । प्राचीन काल में नारियाँ राष्ट्र निर्माण कार्यों में पीछे नहीं थीं । मध्यकाल में भी दुर्गावती , रजिया , नूरजहाँ , लक्ष्मीबाई जैसी नारियों ने अदम्य साहस का परिचय दिया है । आधुनिक स्वातंत्र्य आंदोलन के इतिहास में भी भारतीय नारियों ने पुरुषों का निरंतर साथ दिया । सरोजिनी नायडू , कस्तूरबा गांधी , सुचेता कृपलानी आदि नारियाँ त्याग और बलिदान में पीछे नहीं रहीं ।
उपसंहार - राष्ट्र निर्माण में आधुनिक युग में नारियाँ किसी से पीछे नहीं हैं । शिक्षा , चिकित्सा , प्रशासन , व्यापार , नृत्य , संगीत , पर्वतारोहण , खेलकूद , सिनेमा , राजनीति , न्यायालय , विश्वविद्यालय , ऐसा कौन - सा क्षेत्र है जहाँ नारियों का योगदान नहीं है । यदि श्रीमती थैचर , गोल्टामायर , मैडम क्यूरी आदि नारियाँ अपने देशों में नेतृत्व प्रदान कर सकती हैं तो भारतीय नारियाँ भी उसी लगन और मेहनत से भारतीय कीर्ति को चार चाँद लगा रही हैं । श्रीमती इंदिरा गाधी , पुलिस अधिकारी किरण बेदी , संगीतकार ऊषा खन्ना , गायिका लता मंगेशकर , एवरेस्ट विजेता कुमारी बछेद्री पाल , मैराथन रनर आशा अग्रवाल , खिलाड़ी गीता जुत्सी , पी०टी० ऊषा , बलसम्मा , इंगलिश चैनल तैराक आरती गुप्ता , महिला घुड़सवार रोशन सोढ़ी , दक्षिण ध्रुव जाने वाली महिला वैज्ञानिक सुदीप्ता सैन गुप्ता आज अंतर्राष्ट्रीय जगत में अपनी अच्छी पहचान बना चुकी हैं । राष्ट्र निर्माण का कोई भी क्षेत्र आज ऐसा नहीं है जहाँ भारतीय महिलाओं का योगदान कम हो ।
Amazing facts in English
- The first English dictionary was written in 1755.
- The oldest word in English is 'Town'.
- The least used alphabet in English language is 'Q'.
- There are only four words in English which ends with 'Dous'. They are : hazardous, horrendous, stupendous, tremendous.
- The word 'Book Keeper' and 'Book Keeping' are the only two words in English language with three consecutive double letters.
- The dot on top of the letter'i' is called title.
- word 'Strength' is longest word in the English language with just one vowel. T
- word 'almost' is the longest word in English language with all the letters in alphabetical order.
- The longest word in English language according to Oxford dictionary is: Pneumonoultramicroscopicsilicovolcano coniosis. Which is used for lung disease caused by inhaling very fine ash and sand dust.
- No word in English language 'rhyme' with silver and purple.
- The word 'angry and hungry' are the only word which ends with gry.
- 'Rhythm' is only English word without vowel. '
- Go is shortest complete sentence in the English language.
- The only 15 letters word that can be spelled without repeating a letter is 'un copy rightable'.
- The longest one syllable word in the English language is 'screeched'.
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