नई कविता की प्रवृत्तियाँ Nai yugeen hindi kavita ki pravrttiyaan

 1. नयी कविता का कवि जड़ीभूत सौंदर्याभिरुचियों पर प्रहार करती है।

2. नयी कविता जीवन की समस्याओं को बौद्धिक दृष्टि से देखने और मिटाने पर जोर देती है।

3. नयी कविता का कवि सामाजिक राजनीतिक स्थितियों तथा यौन कुंठा को बेबाक ढंग से अभिव्यक्त करता है।

4. वर्तमान क्षण के सघन और संपूर्ण अनुभूति को नयी कविता व्यक्त करती है।

5. नयी कविता आकर्षण को ही नहीं विकर्षण को भी व्यक्त करती है। यह अगर रिझाती है तो सताती भी कम नहीं है।

6. दो विश्वयुद्धों की विभीषिका और अनकही पीड़ा को भी नयी कविता व्यक्त करती है। संसार भर में सांस्कृतिक विघटन और मूल्यहीनता का जो दौर रहा उसे बहुत कुछ इसमें साकार किया गया है।

7. अस्तित्ववाद के प्रभाव में नयी कविता में अकेलापन, त्रास, आत्महत्या को चाह, बुरे सपने, सड़ांध भी कई वार आते हैं।

8. नयी कविता मोहभंग की कविता है। मोहभंग आजादी के दौरान जवां हुए सपनों से, आजाद भारत की राजनीतिक व्यवस्था से और आदमी की नयी निर्मित होती परिभाषा और उसके गिरते कद से।

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