कंप्यूटर : एक आधुनिक टैक्नोलॉजी पर निबंध लेखन । Computer : An Essay on Modern Technology

संकेत - बिंदु : 1 . भूमिका 2 . महत्वपूर्ण उपकरण 3 . कंप्यूटर कल्पवृक्ष की भाँति 4 . विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोग 5 . उपसंहार

 भूमिका - हमारे सामाजिक , राजनीतिक , आर्थिक एवं धार्मिक क्षेत्रों को प्रभावित करने वाला कंप्यूटर अंतत : है क्या ? इस विषय में जानकारी प्राप्त करने की इच्छा स्वाभाविक है । “ कंप्यूटर या यंत्रमानव वास्तव में यांत्रिक मस्तिष्कों का एक ऐसा रूपात्मक एवं मिश्रित योग तथा गुणात्मक योग है , जो तीव्रतम गति से अत्यल्प समय में त्रुटिरहित गणना कर सके ।

 महत्वपूर्ण उपकरण - मानव हमेशा से ही अपनी गणितीय गणनाओं के लिए गणना यंत्रों को प्रयोग में लाता रहा है , इस कार्य को संपन्न करने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली प्राचीन मशीनों में अबेकस ( Abecuss ) : साधन था , किंतु आज तो ऐसे अनेक प्रकार के जटिल गणना यंत्रों का निर्माण हो चुका है , जो जटिल - से - जटिल गणनाओं का परिकलन ( calculation ) स्वयं ही कर लेते हैं । गणना यंत्रों में सबसे अधिक तीव्र गति से शुद्ध और सबसे उपयोगी गणना करने वाला यंत्र है - ' कंप्यूटर ' अर्थात् ' यंत्र पुरुष ' ।

 कंप्यूटर कल्पवृक्ष की भाँति - आधुनिक कंप्यूटर के सबसे पहले सिद्धांतकार चालेस बैवेज ( 1792 - 1871 ) ने गणित और खगोल विज्ञान की सूक्ष्म सारणियों को तैयार करने के लिए एक भव्य ( अनोखे ) कंप्यूटर के निर्माण की योजना तैयार की थी । पिछली शताब्दी के अंतिम दशक में अमेरिका के वैज्ञानिक हरमान होल्लेरिथ ने जनगणना से संबंधित आँकड़ों का विश्लेषण करने के लिए पंचकार्डों पर आधारित कंप्यूटर का प्रयोग किया था । दूसरे विश्व युद्ध के समय सबसे पहली बार जिन विद्युत चालित कंप्यूटरों का निर्माण हुआ , उनका उपयोग भी गणना करने के लिए ही हआ . किंतु इसके पश्चात बनने वाले कंप्यूटरों का उपयोग मात्र गणना तक ही सीमित नहीं रह गया । आज का कंप्यूटर तो अक्षरों , शब्दों , आकृतियों एवं तार्किक कथनों ( वक्तव्यों ) को भी ग्रहण करने में सक्षम है । इस प्रकार मानव जीवन के अधिक - से - अधिक क्षेत्रों में कंप्यूटर का प्रयोग संभव हो गया । आज कंप्यूटर सूचना प्रसारण एवं नियंत्रण का भी शक्तिशाली साधन बन चुका है ।

 विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोग - आजकल बैंकों में खातों का हिसाब - किताब रखने के लिए कंप्यूटर का प्रयोग आरंभ हो चुका है । भारत के कई राष्ट्रीयकृत बैंकों द्वारा चुंबकीय संख्याओं से युक्त नई चैक बुकें जारी की जा चुकी हैं । कंप्यूटर समाचार - पत्रों और पुस्तकों के प्रकाशन में विशेष रूप से योगदान कर रहा है । दूरसंचार की दृष्टि से कंप्यूटर महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह कर रहा है । अब तो , एक कंप्यूटर हज़ारों किलोमीटर दूर से दूसरे कंप्यूटर से बातचीत कर सकता है । उससे सूचना भी भेज सकता है । दो कंप्यूटरों के मध्य यह संबंध तारों , माइक्रोवेव तथा उपग्रहों के द्वारा स्थापित होता है ।

 उपसंहार - अंत में मैं यह कहना चाहूँगी कि कंप्यूटर का उपयोग - प्रयोग वैज्ञानिक और व्यापारिक प्रक्रियाओं में कितना ही क्यों न बढ़ जाए , किंतु वह मानव - मस्तिष्क का स्थान नहीं ले पाएगा । कंप्यूटर केवल वे ही परिणाम और सूचनाएँ दे सकेगा जिनका आँकड़ा ध्यानपूर्वक उसमें भरा जाएगा । थोड़ा - सा भी ध्यान चूकने से यह परिणाम विपरीत भी देने लगेगा । मानव - मस्तिष्क में चेतना , ज्ञान , इच्छा और कर्म की जो शृंखला है उसे पाना कंप्यूटर के वश की बात नहीं है । कंप्यूटर मानव - मस्तिष्क की तरह अनुभूति - जन्य काव्य की सृष्टि नहीं कर सकता . सौंदर्य को संपादित नहीं कर सकता । फिर भी मनुष्य के जीवन को अधिकाधिक सुविधापूर्ण बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोग कप्यूटर में अनेक संभावनाएँ विद्यमान हैं । इसकी उपलब्धियाँ अगणित हैं । यदि यह नहीं रहा तो जीवन नीरस और असुविधाजनक हो जाएगा ।

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