किसी विशेष टी.वी. चैनल द्वारा अंधविश्वासों को प्रोत्साहित करने वाले अवैज्ञानिक और तर्कहीन कार्यक्रम प्रायः दिखाए जाने पर अपने विचार व्यक्त करते हुए किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।

सीताघाट, पिंडोरिया

उत्तर प्रदेश


दिनांक: 08/08/2010


सेवा में,

मुख्य सम्पादक,

हिन्दुस्तान टाइम्स,

बहादुरशाह जफर मार्ग,

नई दिल्ली


विषय: टी.वी चैनल द्वारा अंधविश्वासों को प्रोत्साहित करने वाले कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाने हेतु पत्र ।


महोदय,


मैं भारतीय हूँ और दिल्ली का निवासी हूँ। मैं आपका ध्यान टी वी चैनलों पर दिखाए जाने वाले आपत्तिजनक कार्यक्रमों पर आकर्षित करवाना चाहता हूँ जो मुझे तर्कहीन और आधाररहित लगते हैं। कुछ कार्यक्रम ऐसे हैं जिनमें अंधविश्वासों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से आप हजारों-लाखों लोगों को अंधविश्वास के प्रति प्रोत्साहित कर रहे है। इस प्रकार के कार्यक्रमों का प्रभाव विशेषकर बच्चे और घरेलू स्थियों पर पड़ता है। कुछ पढ़े लिखे लोग भी इसकी चपेट में आ जाते है। कभी-कभी लोग अपनी समस्या के निवारण के लिए ढोंगी बाबा पर विश्वास कर गलत काम करने को भी तैयार हो जाते हैं। इससे समाज में हिंसा बढ़ सकती है। इस प्रकार की मानसिक्का के साथ समाज का कल्याण नहीं हो सकता है। अतः आपसे निवेदन है कि इस प्रकार का टी. वी. प्रसारण रोकने हेतु उचित लेख लिख कर समाज को जागरूक करें। सरकार को इस विषय की जानकारी दी जाए। निर्माताओं को भी उनके कर्तव्यों से अवगत करवाया जाए। आशा करता हूँ कि जल्द ही आप इस विषय पर उचित कार्यवाही कर इस समस्या का निवारण करने में सफल होंगे।


धन्यवाद,

भवदीय,

मनीष गुप्त

Comments

Popular posts from this blog

"उनका बेटा बीमार है, इसकी खबर रखने की लोगों को कहाँ फुरसत ? पंक्ति में आधुनिक युग के मानव की किस मानसिकता पर व्यंग्य किया गया है?