यातायात के नियम Traffic rules by Prince Nishad seetaghat

सड़क पर चलने के कुछ नियम भी बनाए गए हैं - 
  • सड़क पर हमेशा बाई ओर चलें ।
  • चौराहे पर लाल बत्ती देखकर रुकें ।
  • पीली बत्ती जलने पर तैयार रहें ।
  • हरी बत्ती होने पर चौराहा पार करें ।
  • सड़क पार करने से पहले सड़क के दाएँ देखें फिर बाएँ देखें , फिर से दाएँ देखें , वाहन नहीं आ रहा हो , तब सड़क पार करें ।
  • पैदल चलते समय हमेशा फुटपाथ पर चलना चाहिए । फुटपाथ न हो तो अपनी बाईं तरफ सड़क के किनारे चलें ।
  • पैदल चौराहा पार करने के लिए जेब्रा क्रासिंग पर चलकर ही सड़क पार करें ।
  • इसे भी जानें भारत देश में यातायात के नियम के अनुसार हमें सड़क पर बाईं ओर चलना चाहिए । 
 
यातायात के नियमों का पालन न करने पर दुर्घटनाएँ होती हैं । हमें इन नियमों का पालन करना चाहिए । स्कूटर , मोटरसाइकिल चलाते समय हेलमेट अवश्य लगाएँ , जिससे दुर्घटना होने पर हम सुरक्षित रहें । कार एवं अन्य मोटर वाहन चलाते समय सीट बेल्ट अवश्य लगाना चाहिए । सड़क पर चलते समय मोबाइल व हेडफोन का प्रयोग नहीं करना चाहिए । मोबाइल पर बात करते समय हम गाड़ियों के हॉर्न नहीं सुन पाते हैं ,जिससे आपस में टकरा सकते हैं । सड़क पर चलते समय हमें यातायात के संकेतों का सदैव ध्यान रखना चाहिए । अस्पताल के आस - पास से वाहन लेकर जाएँ तो हॉर्न न बजाएँ । तेज आवाज से मरीजों को असुविधा होती है । सड़क के ऐसे मोड़ जहाँ से आने वाले वाहन दिखाई नहीं पड़ते , वहाँ हॉर्न जरूर बजाएँ । दाएँ एवं बाएँ का संकेत देखकर जिधर जाना हो उधर जाएँ ।

क्या करें , क्या न करें । 

यात्रा करते समय खाए गए फलों के छिलके एवं नमकीन , बिस्किट के खाली पैकेट इधर - उधर नहीं फेंकना चाहिए । उसे कूड़ेदान में ही डालें । रास्ते में कोई ऐसा व्यक्ति मिले जिसे सड़क पार करने में असुविधा हो रही है , तो उसकी मदद अवश्य करनी चाहिए ।

 ऐसा करें

स्कूटर ओर मोटरसाइकिल चलाते समय हेलमेट अवश्य पहनें । कार चालक एवं उसमें बैठे अन्य सदस्य सीट बेल्ट का प्रयोग करें । यातायात के नियमों व संकेतों का पालन करें । कूड़ा हमेशा कूड़ेदान में डालें । 

ऐसा ना करें

दो पहियों दो पहिया वाहनों पर दो से अधिक व्यक्ति ना बैठे तेज गति से वाहन ना चलाएं लाल संकेत होने पर चौराहा पार ना करें सड़क पर कूड़ा ना फैलाएं। 

हमारा दायित्व

मोटर वाहन एक्ट की धारा 134 में कहा गया है कि जिसकी गाड़ी से दुर्घटना हुई है , उसका दायित्व है कि वह घायल को डॉक्टर के पास ले जाए और पुलिस को सूचना दे । यदि हमारी गाड़ी से दुर्घटना नहीं हुई है लेकिन हमारे सामने हुई है तो भी हमारा दायित्व है कि हम घायल व्यक्ति की मदद करें , जिससे उसे तुरन्त उपचार मिल सके और उसकी जान बचाई जा सके ।
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