इंटरनेट वर्तमान युग की माँग ही नहीं, आवश्यकता भी बन गया है पर रचनात्मक लेखन class 12
विज्ञान के कारण पहले कंप्यूटर का जन्म हुआ और फिर कंप्यूटर से इंटरनेट का इंटरनेट न केवल मानव के लिए अति उपयोगी सिद्ध हुआ है, बल्कि संचार में गति एवं विविधता के माध्यम से इसने दुनिया को पूर्ण रूप से बदलकर रख दिया है। इंटरनेट ने भौगोलिक सीमाओं को समेट दिया है। भारत में इंटरनेट सेवा की शुरुआत बीएसएनएल ने वर्ष 1995 में की थी। अब एयरटेल, जियो आदि जैसी दूरसंचार कंपनियाँ भी इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती हैं। पूरे विश्व में इंटरनेट से जुड़ने वाले लोगों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।
कंप्यूटर नेटवर्क का आविष्कार सूचनाओं को साझा करने के उद्देश्य से किया गया था। पहले इसके माध्यम से किसी भी प्रकार की सूचना को साझा करना संभव नहीं था, किंतु अब सूचना प्रौद्योगिकी के युग में दस्तावेजों एवं ध्वनि के साथ-साथ वीडियो का आदान-प्रदान करना भी संभव हो गया है। विदेश जाने के लिए हवाई जहाज का टिकट बुक कराना, किसी पर्यटन स्थल पर स्थित होटल का कोई कमरा बुक कराना, किसी किताब का ऑर्डर देना, अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए विज्ञापन देना, अपने मित्रों से ऑनलाइन चैटिंग करना, डॉक्टरों से स्वास्थ्य संबंधी सलाह लेना या वकीलों से कानूनी सलाह लेना आदि सभी सुविधाएँ इंटरनेट पर उपलब्ध हैं। इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा का प्रचलन भी बढ़ा है। इसके द्वारा शिक्षक घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से देश के किसी भी कोने में बैठे विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं। इससे शिक्षक और विद्यार्थी अपने अनुकूल समय का चुनाव कर इंटरनेट के द्वारा एक-दूसरे से जुड़ जाते हैं। वर्तमान समय में इंटरनेट शिक्षा की माँग बढ़ती जा रही है।
इंटरनेट के कई लाभ हैं, तो इसकी कई हानियाँ भी हैं। इसके माध्यम से मनुष्य तक अश्लील सामग्री की पहुँच आसान हो गई है। कई लोग इंटरनेट का दुरुपयोग अश्लील साइटों को देखने और सूचनाओं को चुराने में करते हैं। अतः इंटरनेट का प्रयोग करते समय आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए।
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