शीला अग्रवाल जैसी प्राध्यापिका किसी भी विद्यार्थी के जीवन को इस प्रकार संवार सकती हैं
a. विद्यार्थी का उचित मार्गदर्शन करके।
b. उसकी सोच-समझ का दायरा बढ़ाकर।
c. उसकी रुचियों का विकास करने का अवसर देना।।
d. स्वयं को उनके समक्ष आदर्श रूप में प्रस्तुत करके।
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