नवाब साहब खीरे खाने की तैयारी और इस्तेमाल से थककर लेट गए इस पंक्ति में निहित व्यंग्य स्पष्ट कीजिए।

इस कथन के माध्यम से लेखक ने नवाबी जीवन की नजाकत पर गहरा व्यंग्य किया है। इस प्रकार के लोग यथार्थ से कोसों दूर रहकर बनावटी जीवन जीते हैं। छोटी-छोटी बातों पर नखरे दिखाना ही इनकी नजरों में रईसीपना होता है। अभावों में रहते हुए ये रईसी का दिखावा करते हैं और वास्तविकता को स्वीकार नहीं कर पाते।

Comments

popular posts

प्रदूषण : कारण और निवारण पर निबंध लेखन

विज्ञापन की बढ़ती हुई लोकप्रियता विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर अनुच्छेद लिखिए।

हालदार साहब कैप्टन को देखकर अवाक् क्यों रह गए ? नेताजी का चश्मा ' पाठ के आधार पर लिखिए ।

नववर्ष की शुभकामना देते हुए 30-40 शब्दों में एक संदेश लिखिए।

'माता का अँचल' पाठ के आधार पर बताइए कि तत्कालीन व वर्तमान समय में बच्चों की खेल-सामग्रियों में क्या परिवर्तन आए हैं? बच्चों के खेलों में हुए परिवर्तनों का उनके मूल्यों पर कितना प्रभाव पड़ा है?

बढ़ते उद्योग कटते वन विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 80 से 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए।

'निराला' की कविता 'उत्साह ' और 'ऋतुराज' की कविता 'कन्यादान' दोनों में जिस सामाजिक बदलाव की अपेक्षा की गई है उस की प्रासंगिकता पर अपने विचार व्यक्त कीजिए

नगर में आयोजित होने वाली भारत की सांस्कृतिक एकता प्रदर्शनी को देखने के लिए लोगों को आमंत्रित करते हुए 25-50) शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए।