रटंत या कुटेव को बुरी लत क्यों कहा गया है नए और अप्रत्याशित विषयों पर लेखन द्वारा इस लत से कैसे बचा जा सकता है?
उत्तर. रटंत का अर्थ है दूसरों के द्वारा तैयार सामग्री को याद करके ज्यों का त्यों प्रस्तुत कर देने की आदत।
लत कहे जाने के कारण :
• असली अभ्यास का मौका ना मिलना
• भावों की मौलिकता समाप्त हो जाना
• चिंतन-शक्ति क्षीण होना
• सोचने की क्षमता में कमी होना
• दूसरों के लिखे पर आश्रित होना
अप्रत्याशित विषयों पर लेखन द्वारा इस लत से बचा जा सकता है क्योंकि इससे अभिव्यक्ति की क्षमता विकसित होती है। नए विषयों पर विचार अभिव्यक्ति से मानसिक और आत्मिक विकास होता है।
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