आत्मपरिचय कविता में कवि ने अपने जीवन में किन परस्पर विरोधी बातों का सामंजस्य बिठाने की बात की है?
प्रश्न. आत्मपरिचय कविता में कवि ने अपने जीवन में किन परस्पर विरोधी बातों का सामंजस्य बिठाने की बात की है?
उत्तर. आत्मपरिचय कविता में कवि ने अपने जीवन में इन परस्पर विरोधी बातों का सामंजस्य बिठाने की बात की है :
• कवि का सांसारिक कठिनाइयों से जूझने पर भी इस जीवन से प्यार करना।
• संसार और विपरीत परिस्थितियों की परवाह ना करना
• उसे संसार का अपूर्ण लगना
• अपने सपनों का अलग ही संसार लिए फिरना
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